वर्तमान समय में अभी पाँच राज्यों के चुनाव अच्छे तरीके से संपन्न किये गये और चुनाव से पहले वाली पूर्व सरकारें बहुत सी ऐसी योजनाओं को अपने नागरिकों के लिए चला रही थी उनमें से क्या देखा जाता हैं, कि जो नई-नई गवर्नमेंट बनी हैं क्या वह पुरानी सरकार की योजनाएं शुरू रखेंगी। तो इसी में एक राजस्थान की पहले गहलोत सरकार थी। जिन्होंने बहुत सी योजनाएं शुरू की थी। क्या वह सभी नई सरकार में शुरू रहेंगी क्योंकि राजस्थान में गहलोत सरकार चली गई हैं। भाजपा की भजन लाल सरकार वहाँ पर मुख्यमंत्री का पद ग्रहण करके योजनाओं के बारे में बातचीत होना शुरू हो गई। जिसमे से एक योजना हैं, चिरंजीवी योजना जिसके बारे में भी कुछ नई सरकार ने नहीं बताया हैं, उसी में इस योजना के बारे में वर्णन करेंगे कौन-कौन सी योजनाएं शुरू रखेगी या उसमें कुछ फेरबदल करके दूसरी चालू करेगी। मगर अभी हाल ही में एक न्यूज़ निकल कर आई है कि उस योजना में कुछ फेरबदल करके नागरिकों के लिए लॉन्च करने वाली है के बारे में विस्तार पूर्वक आ गई बात करें।
चिरंजीवी योजना क्या हैं
राजस्थान की गहलोत सरकार ने अपनी सरकार में बहुत योजनाएं चालू रखी थी। जिससे लोगों को बहुत फ़ायदा मिला हैं। उसी में एक योजना सरकार की चिरंजीवी योजना हैं जो लोगों को इलाज में सुविधा प्रदान करती है। राजस्थान की यह योजना एक ऐसी योजना हैं जिसके तहत आम आदमियों को इलाज़ संबंधी सुविधा प्रदान की जाती हैं। और साथ ही साथ उन्हें इलाज का बर्डेन अपने ऊपर सहन नहीं करना पड़ता हैं, उसकी सारी जिम्मेदारी सरकार की होती हैं। यह योजनाएं गहलोत सरकार द्वारा बहुत पहले लॉन्च की गई थी इससे नागरिकों ने काफी फायदा भी मिला है। गहलोत सरकार की इस योजना में लोगों को मेडिकल संबंधी सुविधा 25 लाख तक की प्राप्त होती थी।
अब मिलेगा लाभ आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना कार्ड से
राजस्थान के मुख्यमंत्री द्वारा सभी जिलाधिकारियों को यह सूचना दी गई है, कि सभी आयुष्मान भारत स्वस्थ बीमा कार्ड के बनाने का लक्ष्य पूरा किया जाए और जो गहलोत सरकार की चिरंजीवी योजना हैं उसे बंद कर दिया जायेगा। और इसके तहत लोगो को मेडिकल फेशियलिटी दी जायेगी। जिलाधिकारियों को यह आदेश दिया गया हैं कि उनके चिरंजीवी कार्ड को बंद करके उन्हें आयुष्मान कार्ड से ही जोड़ दिया जाए और उसकी लिमिट 5 लाख से 15 लाख के बीच में रखी जायेगी। राजस्थान के मुख्यमंत्री ने सक्त आदेश दिया हैं कि यह सभी एक्टीवितीज 26 जनवरी 2024 तक पूरी करने के लिए कहा गया है और उम्मीद की जा रही हैं।
बंद नहीं होगी चिरंजीवी योजना
भजन लाल सरकार के द्वारा यह कहा गया है कि गहलोत सरकार की इस योजना को बंद नहीं किया जाएगा बल्कि जो स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं प्रदान की जायेगी वह आयुष्मान कार्ड से की जायेगी और यह भी कहा गया हैं कि जब आयुष्मान कार्ड का उपयोग होने लगेगा तो यह चिरंजीवी योजना स्वत ही बंद हो जायेगी। विकल्प के तौर पर आयुष्मान कार्ड से जोड़कर उसी के तहत सभी नागरिकों को इलाज़ की सुविधा प्रदान की जायेगी।
प्रधानमंत्री डिजिटल हेल्थ मिशन
आयुष्मान का टार्गेट फिक्स
आयुष्मान कार्ड से संबंधित कार्य बहुत तेजी से शुरू हो गया हैं और नये मुख्यमंत्री के द्वारा सख्त दिशा निर्देश दिया गये हैं कि इसमें किसी भी प्रकार की ना की जाए। अगर कमी की जायेगी तो अब आगे उनके उपर कार्यवाही की जायेगी। 100% कार्य को पूरा करने के दिशा निर्देश जारी किये गए। अगर 100 परसेंट दिशा निर्देश पूर्ण नहीं किये गये तो मुख्य मेडिकल अधिकारी के उपर कार्यवाही की जायेगी। चिकित्सा अधिकारियों ने काम शुरू कर दिया है और यह अनुमान लगाया जा रहा है कि 66 से 67 लाख के आसपास लाभार्थी हैं। और यह भी अनुमान लगाया जा रहा हैं कि यह संख्या बढ़ सकती हैं।
25 लाख की जगह अब केवल 5 लाख में होगा ईलाज़
जब गहलोत सरकार थी तब वहाँ पर इलाज़ से संबंधित जो सुविधा प्रदान की जाती थी वह 25 लाख तक की थी। मगर अब जो हाल ही में भजनलाल शर्मा की सरकार बनी हैं उन्होंने यह दिशा निर्देश जारी किये हैं कि अब 5 लाख तक वह इलाज़ संबंधी सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। कहा जा रहा हैं कि राज्य सरकार अपने स्तर तक कुछ ना कुछ रियायत सिस्टम बनाएंगे और उसी से उन्हें लाभ प्राप्त होगा।
चिरंजीवी योजना के तहत निजी अस्पतालों द्वारा ईलाज़ बंद
जो पहले चिरंजीवी योजना इलाज़ के लिए चल रही थी अब उसे निजी अस्पतालों द्वारा बंद कर दिया गया हैं उसके तहत किसी भी प्रकार के इलाज़ की सुविधा नहीं प्रदान की जा रही है अब जिस भी व्यक्ति के पास राजस्थान में आयुष्मान कार्ड होगा उसे ही इलाज़ की सुविधा प्रदान की जायेगी और बताया जा रहा है। कि अभी निजी अस्पतालों के पहले के बिल 50 करोड़ से ज्यादा भुगतान बाकी हैं।
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