बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना 2024, ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म (Beti Bachao Beti Padhao Scheme)

बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना 2023, क्या है, कब शुरू हुई, शुरुआत, लाभ, ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म, उद्देश्य, पात्रता, दस्तावेज, अधिकारिक वेबसाइट, हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर (Beti Bachao Beti Padhao Scheme in Hindi) (Nibandh, Benefit, Online Apply, Form, Eligibility, Documents, Official Website, Helpline Toll free Number)

बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा शुरू की गई है। इसके अंतर्गत देश की बेटियों को जीवन का एक नया स्वरूप प्राप्त होगा। इससे उन्हें नई पहचान मिलेगी। इस योजना के अंतर्गत देश में हो रही भ्रूण हत्या जैसे अपराधों पर रोकथाम लगाई जाएगी। इसकी सबसे पहले शुरूआत 22 जनवरी 2015 को की गई थी। जिसके जरिए हर किसी को ये बताया गया था कि, बेटी के प्रति जागरूक रहना काफी आवश्यक है। क्योंकि यही है भविष्य की नीव। देश की बेटियां होगी शिक्षित तभी तो वो कई लोगों को शिक्षित कर पाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए पूरे देश में जागरूक अभियान भी चलाए थे। इसके अलावा और क्या किया था इसके बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।

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बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना 2023 (Beti Bachao Beti Padhao Scheme in Hindi)

योजना का नामबेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
कब हुई थी शुरूआतसाल 2015
किसके द्वारा शुरू हुईकेंद्र सरकार द्वारा
लाभार्थीदेश की बालिकाएं
उद्देश्यलड़कियों की हत्या को रोकना और उन्हें शिक्षित करना
आवेदनऑनलाइन
हेल्पलाइन नंबर011-23388612

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना क्या है (What is Beti Bachao Beti Padhao Scheme)

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना बेटियों को सुरक्षिच बचाने की योजना है। जिसके अंतर्गत देश में बढ़ रही भ्रूण हत्या को खत्म करना है। इसके अलावा देश की बालिकाओं को शिक्षित करना है। जिससे वो पढ़कर और लोगों को शिक्षित कर सके। केंद्र सरकार का कहना है कि बेटे के साथ बेटियां भी देश का भविष्य उज्जवल कर सकती है। आज के समय में वो कार्य होता भी दिखाई दे रहा है। जिसके कारण हर कोई देश की बेटियों पर गर्व कर रहा है। इसलिए इस योजना को शुरू किया गया है ताकि इसके जरिए लोगों को बेटियों की सही अहमियत बताई जा सके। इससे लड़कियों की संख्या भी बढ़ेगी साथ ही कई सारी कुरीतिया भी खत्म होगी।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना कब शुरू हुई (Launch Date)

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा साल 2015 में शुरू किया गया था। जिसके बाद से ही इस योजना को लोगों तक पहुंचाने के लिए देश के हर एक राज्य, कस्बे, शहर और गांव में जागरूक अभियान चलाए गए। इस अभियान के जरिए लोगों को ये बताया गया कि, लड़कियों की क्या अहमियत है। अगर आप उनकी भ्रूण हत्या करते हैं तो उससे आपको क्या हानि हो सकती है। इसी के साथ उन्हें ये भी बताया गया कि अगर आपके घर की बच्चियां शिक्षित होगी तो उसका फायदा उन्हें किस प्रकार प्राप्त होगा। इसके अंतर्गत कई और योजनाएं भी शुरू की गई। जिसका लाभ सिर्फ देश की बेटियों को ही प्राप्त हो पाएगा। केंद्र सरकार का कहना था कि जितने लोग जागरूक होगे उतना ही कन्या भ्रूण हत्या को रोका जा सकेगा।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का उद्देश्य (Objective)

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को इसलिए शुरू किया गया है। ताकि समाज में बेटियों की सही अहमियत को लोगों तक पहुंचाया जा सके। जिसके जरिए वो ये जान सके की बेटियां कितनी कीमती गहना होती है। इसी के साथ समाज में फैला हुआ भेदभाव का रवैया भी इस योजना के जरिए बदला जा सके। ये एक कदम लड़कियों की जिंदगी को पूरी तरह से बदलकर रख देगा। इससे शोषण भी कम होगा और जितनी ज्यादा बालिकाएं शिक्षित होगी वो इसे अपने तरीके से समझकर उसका सामना कर पाएगी। इसी उद्देश्य के साथ केंद्र सरकार ने इस योजना को शुरू किया था।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना में संशोधन (Corrections)

केंद्र सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को सशोधित करके इसको एक नए तरीके से लोगों के सामने पेश किया है। इसमें उन्होंने कुछ नए तत्व दैसे- बालिकाओं को कौशल प्रदान करना, माध्यमिक शिक्षा में उनका नामांकन बढ़ाने, मासिक धर्म संबंधी स्वच्छता के बारे में, बाल विवाह समाप्त कराना आदि को शामिल करने पर चर्चा की गई। इन सभी तत्वों को महिला और बाल विकास सचिव इंदेवर पांडे द्वारा बताया गया है। इसके लिए एक नियमावली भी जारी की गई है। जिसे हर जिले में योजना की क्रियान्वयन में उपयोग किया जाएगा। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ में और भी अन्य काम किए गए हैं। जिसके बारे में सूचना उन्हें आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दी जाएगी।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का ओएससी सेंटर (OSC Center)

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अधिकारियों ने इस योजना को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल मीडिया का इस्तेमाल किया है। आपको बता दें कि इसके लिए 80 प्रतिशत फंड का इस्तेमाल केवल डिजिटल विज्ञापनों के लिए किया गया था। लेकिन अब वो इसमें बदलाव ला रहे हैं ताकि इसका जमीन पर अधिक प्रभाव पड़े। जैसा की मंत्रालय इस पर स्थापित केंद्रों को मजबूत करने में लगा हुआ है। वैसे ही वन-स्टॉप सेंटर, केंद्र आत्मरक्षा केंद्र ये सभी महिलाओं को घरेलू हिंसा से अपने आपको कैसे सुरक्षित रखना है उसके कुछ तरीके बताने में मदद करता है। जिसके लिए 300 से ज्यादा मंत्रालय द्वारा केंद्र खोले गए हैं।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का टारगेट ग्रुप (Target Group)

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तीन टारगेट ग्रुप हैं जिनमें से हैं

  • प्राथमिक ग्रुप : इस ग्रुप में युवा एंव नवविवाहित जोड़े, गर्भवती एंव छोटे बच्चे और माता पिता शामिल है।
  • माध्यमिक ग्रुप : इस ग्रुप में युवा, किशोर, चिकित्सक, निजि अस्तपताल, नर्सिंग होम एंव डायग्नोस्टिक सेंटर शामिल है।
  • तृतीय : अधिकारी, पंचायती राज संस्थान, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता, महिला स्वयं सहायता समूह/सामूहिक, धार्मिक नेता, स्वयंसेवी संगठन, मीडिया, चिकित्सा संघ, उद्योग संघ, आम जनता आदि शामिल है।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के लाभ एवं विशेषताएं (Benefit and Features)

  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को केंद्र सरकार द्वारा शुरू किया गया है। जिसमें लाभ भारत की हर बेटी को प्राप्त होगा।
  • इस योजना के जरिए लड़कियों के अस्तित्व, सुरक्षा और शिक्षा को सुनिश्चित किया गया है।
  • इस योजना की विशेषता ये है कि, इसके जरिए देश में बढ़ती भ्रूण हत्या के मामलो को कम किया जाएगा।
  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ में लाभ के तौर पर लड़कियों की शिक्षा और शादी पर सरकार द्वारा आर्थिक मदद प्रदान कराई जाएगी।
  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के जरिए हमारे समाज में लड़कियों के प्रति बुरे रवैये को भी बदला जाएगा।
  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को केंद्र सरकार द्वारा 2015 से लेकर अबतक 100 जिलों में शुरू कर दिया गया है।
  • इस योजना के माध्यम से लड़कियों की शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं।
  • अगर आप इस योजना का लाभ प्राप्त करना चाहते तो इसके लिए आपको आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना आवेदन करना होगा।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अन्दर शुरू की गई योजनायें (Other Schemes Under BBBP)

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को केंद्र सरकार ने किसी लाभ के लिए शुरू नहीं किया है। बल्कि इसको इसलिए शुरू किया जा रहा है ताकि देश की बच्चियों को बचाया जा सके और उन्हें शिक्षित किया जा सके। जिसके अंतर्गत कई और योजनाएं शुरू की गई है। सरकार चाहती है कि जब किसी घर में बेटी का जन्म हो तो उसके माता-पिता बेटी के नाम से कुछ ना कुछ धनराशि उसके लिए जमा करें। जो उनके भविष्य के काम आएगी। इसके लिए सरका ने कई योजनाएं शुरू की है। जिसके बाद माता पिता अपनी बच्ची के लिए सेविंग कर पाएंगे। इसका उन्हें अच्छा रिटर्न भी प्राप्त होगा। इसमें सुकन्या समृद्धि, लाड़ली लक्ष्मी योजना, बालिका समृद्धि योजना आदि शामिल है। इन सभी योजनाओं में सुकन्या योजना को इसलिए शुरू किया गया हैताकि 0 से 10 साल की बच्चियों का खाता खुलवाया जा सके। इसमें सिर्फ 14 साल तक मासिक या सालान पैसा जमा किया जाता है। इसके अलावा लाड़ली लक्ष्मी योजना, बालिक समृद्धि योजना के जरिए भी आप आगे के लिए सेविंग कर सकते हैं।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की उपलब्धि (BBBP Achievements)

  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की सबसे बड़ी उपलब्धि कुड्डालोर जिले में बाल लिंगानुपात जो साल 2015 में 886 था। वो बढ़कर साल 2016 में 895 हो गया है।
  • उच्च प्राथमिक विधालयों में लड़कियों के लिए ड्रॉपआउट दर 2015 में 1.5 प्रतिशत से 2016 में घटकर 1 प्रतिशत हो गई थी।
  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के द्वारा एक और योजना शुरू हुई दिसका नाम है सुकन्या समृद्धि योजना जिसके अंतर्गत 59491 नए खाते खोले गए।
  • लगभग 104 जिलों में जन्म के समय बालक बालिका अनुपात में लगातार सुधार हुआ है।
  • देश के 119 जिलों में प्रथम तीन महीने में प्रसव देखभाल में तेजी से प्रगति देखी जा रही है।
  • 146 जिले ऐसे हैं जिनमें प्रसव संस्थागत सुधार हुए हैं। जिसका लोगोम को काफी लाभ प्राप्त हुआ है।
  • शिक्षा के संबंध में एकीकृत जिला सूचना प्रणाली 2016 की रिपोर्ट के अनुसार मध्यामिक शिक्षा में बेटियों का नामांकन 76 प्रतिशत से बढ़कर 80.97 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत स्कूलों में बच्चियों के लिए शौचालय का निर्माण किया गया है।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंदर टारगेट (Target)

  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत जेंडर क्रिटिकल जिलों में लिं अनुपात में 1 साल में 2 अंक का सुधार जारी रखना है।
  • सीएसआर में सुधार और लड़कियों की शिक्षित करने के लिए समुदायों को इसके लिए तैयार करना होगा।
  • बढ़ते यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम 2012 के तहत कार्यान्वयन के माध्यम से लड़कियों के लिए सुरक्षित वातावरण को बढ़ावा देना होगा।
  • अगर किसी बालिका 5 साल से कम उम्र में कम वजन या एनीमिया से ग्रस्त है तो उसके लिए सरकार द्वारा पोषण स्तर में सुधार लाया जाएगा। बेहतर आहार प्राप्त कराया जाएगा।
  • पहली तिमाही एएमसी पंजीकरण में हर साल 1 प्रतिशत से ज्यादा वृद्धि हो गई है।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की निगरानी (Scheme Supervision)

  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना पर जो निगरानी रखी जाएगी। वो नेशनल टास्क फोर्स द्वारा की जाएगी। टास्क फोर्स द्वारा राज्य स्तरीय सहयोग प्राप्त कराया जाएगा। जिससे इस योजना का कार्य लगातार चलता रहे।
  • राज्य स्तर पर इस योजना पर टास्क फोर्स द्वारा निगरानी रखी जाएगी। स्टेट टास्क फोर्स को एडमिनिस्ट्रेटर/ यूनियन टेरिटरी एडमिनिस्ट्रेटर के द्वारा संचालित किया जाएगा।
  • जिला स्तर पर इस योजना की निगरानी डिस्ट्रिक्ट टास्क फोर्स के द्वारा की जाएगी। डिप्टी कमिश्नर इसपर निगरानी रखेंगे।
  • ब्लॉक लेवल पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना पर चेयरपर्सन द्वारा निगरानी रखी जाएगी।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लिए जिलों का चयन (District Selection)

  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के पहले चरण में 100 जिलों को चुना गया था। जिनमें 87 जिले उन 23 राज्यों की लिस्ट तैयार की गई। जिनमें सीएसआर 918 से नीचे है। 8 जिले उन 8राज्यों से चयनित किए गए है।
  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के दूसरे चरण में 11 राज्यों के 61 जिलों को चुना जाएगा। सभी राज्यों में इस योजना के सफलतापूर्ण कार्य किया जाएगा। जिसके बाद ये पूरे देश में फैल जाएगा।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ फर्जी योजना से सावधान (Beware of Scams)

यह बात हर कोई जानता है कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना हमारे देश के प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई योजना है। यह योजना लोगों के बीच काफी फेमसभी है। इस योजना की लोकप्रियता इतनी है कि इसके लिए नकद प्रोत्साहन के नाम पर फॉर्म बाटे जा रहे हैं। आपको बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा इस योजना का कोई भी ऐसा प्रावधान लागू नहीं किया गया है। इस योजना का मकसद है लोगों के विचारों को बदलना। इसी कारण फर्जी योजना के  लिए सरकार ने सख्ती बरतने के आदेश दिए हैं। जिसके कारण अगर कोई भी व्यक्ति ये कार्य करता हुआ दिखाई देगा तो उसके सख्त सजा दी जाएगा।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना में निवेश एवं रिटर्न (Investment and Return)

  • इस योजना में जो कोई भी आवेदन करेगा उसे 14 साल तक धनराशि जमा करानी होगी। जिसके बाद बिटिया के 18 साल के होने पर ये धनराशि आप निकाल सकते हैं। वहीं बेटी के 21 साल पूरे होने पर ये खाता बंद कर दिया जाएगा।
  • इसके लिए सबसे पहले आपको प्रतिवर्ष 12 हजार रूपये जमा कराने हैं। जो 14 साल के होने पर एक लाख अड़सठ हजार हो जाएंगे। अगर ये राशि आप 18 साल पर निकालते हैं तो ये छह लाख सात हजार एक अट्ठाईस हो जाएगी।
  • अगर आप इस योजना के लिए सालाना 1.5 लाख रूपये जमा कराते हैं तो 14 साल में आपके खाते में इक्कीस लाख रूपये हो जाएगें। आपको बता दें कि, इस योजना के अंतर्गत आपको बहत्तर लाख रूपये की राशि प्राप्त होगी।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना में पात्रता (Eligibility)

  • इस योजना के लिए आपको भारतीय होना अनिवार्य है। तभी आपको इसके लिए पात्रता प्राप्त होगी।
  • इस य़ोजना शामिल होने के लिए बालिका 1 साल से लेकर 10 साल तक होनी चाहिए। वहीं इसके लिए आवेदन कर सकती है।
  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लिए माता पिता को अपनी बेटा का बैंक अकाउंट खुलवाना होगा।
  • इस योजना में जो भी खर्चा होगा। उसका पूरा वय केंद्र सरकार द्वारा किया जाएगा। किसी से इसका खर्च नहीं लिया जाएगा।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ में दस्तावेज (Documents)

  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के लिए आधार कार्ड जरूरी है। इसमें माता पिता अपना आधार अटैच कर सकते हैं।
  • मूल निवासी प्रमाण पत्र भी देना होगा। तभी आपका आवेदन स्वीकार किया जाएगा। इसके बिना कुछ नहीं होगा।
  • बैंक खाते की जानकारी भी आपको दर्ज करानी होगी। क्योंक उसी में धनराशि जमा होगी और पैसे उसी से निकाले जाएंगे।
  • मोबाइल नंबर भी आपको देना होगा। ताकि योजना की जरूरी जानकारी आपको समय पर प्राप्त होती रहे।
  • पेन कार्ड अगर आपके पास है तो उसकी कॉपी भी आप अटैच कर सकते हैं। इससे आपकी सही पहचान सरकार के पास दर्ज हो जाएगी।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की अधिकारिक वेबसाइट (Official Website)

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की आधिकारिक वेबसाइट ये है। जिसपर जाकर आप अपना आवेदन कर सकते हैं। इसी के साथ अगर कोई भी जरूरी जानकारी आपको प्राप्त करनी है तो वो भी आप इस योजना के लिंक के जरिए प्राप्त कर सकते हैं। इसको किसी भी राज्य, कस्बे या गांव से एक्टिव किया जा सकता है।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना में आवेदन (Application Process)

ऑनलाइन आवेदन (Online Apply)

  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन के लिए आपको सबसे पहले योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
  • जैसे ही आप वेबसाइट पर पहुंचेगे आपके सामने होम पेज खुल जाएगा। इस पेज पर आपको वूमन इमंपावरमेंट स्कीम का विकल्प दिखाई देगा। इसपर क्लिक करें।
  • इसके बाद आपके सामने नया पेज खुलेगा। इस पेज पर आपको बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का विकल्प दिखाई देगा। इसपर क्लिक करें और आगे बढ़े।
  • जैसे ही आप इसपर क्लिक करेंगे आपके सामने इसका आवेदन पत्र खुल जाएगा। इस पत्र पर क्लिक करें और इसे भरना शुरू करें। जब आप इसे भर लेंगे तो दस्तावेज अटैच करने का ऑप्शन आएगा।
  • इस अटैच वाले ऑप्शन पर क्लिक करें और सबमिट का बटन दबा दें। आपका आवेदन हो जाएगा।

ऑफलाइन आवेदन (Offline Apply)

  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लिए सबसे पहले आपको नजदीकी सरकारी बैंक शाखा में जाना होगा। आप चाहे तो पोस्ट ऑफिस में भी जा सकते हैं।
  • इसके बाद आपको बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ एप्लीकेशन फॉर्म लेना होगा। उसमें मांगी गई सारी जानकारी सही तरीके से दर्ज कर दें।
  • एप्लीकेशन फॉर्म में सभी जानकारी भरने के बाद आपको सारे दस्तावेज आवेदन फॉर्म के साथ लगाने हैं।
  • जब आप ये सारी प्रक्रिया कर लेंगे। तो आपको एप्लीकेशन फॉर्म बैंक अधिकारी के समक्ष जमा करना होगा। इस प्रकार आपका आवेदन बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लिए हो जाएगा।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर (Helpline Number)

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लिए सरकार द्वारा हेल्पलाइन नंबर 011-23388612 जारी कर दिया गया है। इसपर कॉल करके आप जरूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसी के साथ आप आवेदन कैसे करना है वो भी जान सकते हैं।

होमपेजयहां क्लिक करें
अधिकारिक वेबसाइटयहां क्लिक करें

FAQ

Q : बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को किसके द्वारा शुरू किया गया?

Ans : केंद्र सरकार द्वारा शुरू किया गया।

Q : बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना कब शुरू हुई थी?

Ans : साल 2015 में शुरू हुई थी।

Q : बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का उद्देश्य क्या है?

Ans : बेटियों को बचाना और उन्हें शिक्षित करना।

Q : बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का खर्चा कौन उठाएगा?

Ans : केंद्र सरकार द्वारा उठाया जाएगा।

Q : बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लिए आवेदन कैसे करें?

Ans : ऑनलाइन औऱ ऑफलाइन दोनों तरह से आवेदन कर सकते हैं।

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